विन्दुवासिनी मंदिर, बरहरवा (जिला- साहेबगंज, झारखण्ड) के कुछ छायाचित्र तथा उसके इतिहास आदि के बारे में संक्षिप्त जानकारियाँ और "पहाड़ी बाबा" के कुछ रोचक प्रसंग...
सरकारी पैसों से बना चालू होने की बाट जोहता कैफेटेरिया। वैसे चिंता न करें- 'माणिक दादा का नाश्ता दूकान' इस पहाड़ी पर कोई तीस वर्षों से यात्रियों को रिफ्रेशमेंट प्रदान कर रहा है।
माणिक दा की चाय-नाश्ते की दूकान. (पहाड़ी के पीछे उनका भोजनालय भी है.)
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