विन्दुवासिनी मंदिर, बरहरवा (जिला- साहेबगंज, झारखण्ड) के कुछ छायाचित्र तथा उसके इतिहास आदि के बारे में संक्षिप्त जानकारियाँ और "पहाड़ी बाबा" के कुछ रोचक प्रसंग...
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
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जवाब देंहटाएंआपने 6 जून को ही पहला आलेख पोस्ट किया .. इतने दिनों बाद चिट्ठा जगत से जोडा .. आपने अच्छे अच्छे चित्र प्रेषित किए है .. जानकारी भी अच्छी दी है !!
जवाब देंहटाएंकभी बरहरवा आईये.
जवाब देंहटाएंविन्दुधाम पथ पर ही रूपश्री स्टूडियो के पास मेरा घर है. मेरे पिताजी का नाम डा. जे. सी. दास है. वे एक होम्योपैथ डॉक्टर हैं.